जापान में वीकेंड मैरिज का एक चलन चल रहा है जहां पर लोग सैटरडे और संडे को साथ रहते हैं और बाकी वीक डेज में वह अपनी पर्सनल लाइफ जीने के लिए अलग हो जाते हैं। यह चलन जापान में काफी पॉपुलर हो रहा है और कपल्स लोग इस तरह सिंगल लाइफ का मजा उठा रहे हैं।
क्या होती है वीकेंड मैरिज ?
वीकेंड मैरिज एक ऐसी शादी होती है जिसमें पति पत्नी वीकेंड्स पर साथ रहते हैं और बाकी दिन अपनी पर्सनल लाइफ जीने के लिए अलग हो जाते हैं जैसे वह शादी से पहले रहा करते थे। जापान के लोगों का मानना है कि शादीशुदा होने पर उन्हें अपना पर्सनल स्पेस नहीं मिलता तो ऐसे में वीकेंड मैरिज का चलन शुरू किया जिसमें पति पत्नी दोनों खुश भी रहे और उनके बीच प्यार भी बना रहे।
अक्सर ऐसा होता है कि कपल्स का लाइफस्टाइल एक-दूसरे से काफी अलग होता है, ऐसे में जब वह दोनों अलग रहते हैं तो अपने हिसाब से जिंदगी जीते हैं. इसके अलावा अलग-अलग रहने से झगड़ा होने की संभावना भी काफी हद तक कम हो जाती है. क्योंकि अक्सर जब कपल्स एक साथ रहते हैं तो दोनों को एक दूसरे की खामियां काफी नजदीकी से नजर आती है. ऐसे में बात- बात पर झगड़े और बहस होने लगते हैं, लेकिन वीकेंड मैरिज से ये सारी परेशानियां दूर हो सकती है.
जापान के लोगों का मानना है कि वीकेंड मैरिज से वो अपने करियर पर ज्यादा फोकस कर पाते हैं और हफ्ते के आखिर में फैमिली टाइम बिता कर अपने हफ्ते भर के स्ट्रेस को कम कर लेते हैं. इससे महिलाओं को ज्यादा फायदा होता है. महिलाएं खुद के लिए टाइम निकाल पाती हैं. घर की टेंशन और हस्बैंड की देखभाल से बच कर खुद को समय दे पाती हैं.
लोगों का ये भी मानना है कि जब आप लंबे समय तक दूर रहते हैं और हफ्ते में एक बार करीब आते हैं तो आपके पास एक दूसरे को बताने के लिए बहुत कुछ होता है. अच्छी और बुरी दोनों बातों को साझा कर पाते हैं. क्वालिटी टाइम बिता पाते हैं. इस तरह से एक दूसरे से नजदीकी का अनुभव होता है.रिश्ते में मिठास बढ़ती है. बॉन्डिंग स्ट्रॉन्ग होता है.
आज के दौर में लोग बहुत ही आजाद ख्याल के हैं. इस वजह से तलाक के मामले भी बहुत ज्यादा बढ़ रहे हैं. कई बार हस्बैंड वाइफ को एक दूसरे की कंपनी और एक दूसरे का इंटरफेरेंस पसंद नहीं आता. ऐसे में जापान के लोग वीकेंड मैरिज का फंडा शादी को लंबे वक्त तक बरकरार रखने के लिए अपना रहे हैं.